लखनऊ । नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध की आड़ में हिंसा फैला चुके संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) ने अब देश-प्रदेश को दहलाने की साजिश रची थी। पहली बार उसका आतंकी चेहरा सामने आया है। वसंत पंचमी के आसपास लखनऊ में होने वाले हिंदू संगठनों के कार्यक्रमों व महत्वपूर्ण स्थलों पर आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए पीएफआइ के दो आतंकी केरल से लखनऊ पहुंच भी गए थे, लेकिन वह अपने खौफनाक मंसूबों को पूरा कर पाते, उससे पहले स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने विस्फोटक व हथियार बरामद कर आतंकी हमले की साजिश नाकाम कर दी। पीएफआइ के निशाने पर कई बड़े नेता भी थे। उनका मकसद देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंदूवादी संगठनों के नेताओं की सीरियल किलिंग भी था।