कला संगम के सांस्कृतिक महोत्सव में देश के आठ कलाकरों को किया गया सम्मानित
गिरिडीह : उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि देश की विभिन्न संस्कृति विदेश में भी अपनी पहचान बना रखी है। कोरोना के कारण कलाकार प्रभावित हुए हैं। लेकिन कला संगम ने इस प्रकार के कार्यक्रम को आयोजित कर कलाकारों को प्रोत्साहित कर सराहनीय कार्य किया है।
उपायुक्त श्री सिन्हा रविवार को कला संगम द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, लोकनृत्य, शास्त्त्रीय नृत्य व मॉडर्न नृत्य प्रतियोगिता के दूसरे दिन के कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र के मोहलीचुवा में इंडोर स्टेडियम बन रहा है। वहां सांस्कृतिक कार्यक्रम किया जा सकेगा। कहा कि इस तरह के महोत्सव से कलाकारों का मनोबल बढ़ता है।
स्मारिका का किया गया विमोचन
मौके पर कला संगम की वार्षिक स्मारिका सर्जना का विमोचन किया गया। सर्जना का विमोचन उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, एनडीसी डॉ सुदेश कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ परिमल सिन्हा, उपाध्यक्ष पंकज ताह, राजीव सिन्हा, सचिव सतीश कुंदन, स्मारिका के प्रधान संपादक राकेश सिन्हा, एडिटर सुनील मंथन शर्मा, निर्णायक मंडली के सदस्य अशोक मानव, सरसी चंद्र आदि ने संयुक्त रूप से किया।
देश भर के 8 कलाकरों को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न प्रान्तों के आठ कलाकारों को स्व. दिगंबर प्रसाद स्मृति सम्मान से नवाजा गया। जिनमे कला निकेतन धनबाद की नूतन सिन्हा, वाराणसी के रविकांत मिश्रा, जमशेदपुर की छवि दास, निरसा की श्रुति चंद्रा, उड़ीसा के प्रवीर जेना, धनबाद के गौरव सरकार, गिरिडीह की सांस्कृतिक संस्था छोटानागपुर रंगालय से जुड़े रंगकर्मी राजेश अभागा को रंगकर्म के लिये नाट्य श्री की मानद उपाधि से तथा गिरिडीह के ही लोक कलाकार अनिल कुमार सिन्हा को कला श्री की उपाधि से उपायुक्त के हाथों शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
नृत्य प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
दूसरे दिन का कार्यक्रम स्व. नरेंद्र सिन्हा की स्मृति में मॉडर्न डांस प्रतियोगिता से शुभारंभ हुआ। प्रतियोगिता में कला निकेतन धनबाद के समूह नृत्य, अदरीजा कुंडू, अनन्या प्रसाद व इप्शिता गांगुली, संस्थिता घोष, समग्न्या दास, अयन्तिका रॉय, अविनिता महतो, सिया मजूमदार, प्रिशा तिवारी, अनन्या दास, अनोखी भंडारी, प्राची सिंह, देबोश्रीता सरकार, नामिता महतो, परियानी बनर्जी, अनीशा सेन, स्वश्रुति रॉय, सुमन सिंह, डिम्पल शर्मा, बरनाली पाल आदि ने अपनी-अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
नाटकों का मंचन कर कलाकारों ने लूटी वाहवाही
इस दौरान कई नाटकों का भी मंचन हुआ। राउरकेला उड़ीसा की नटराज नृत्य परिषद ने खोज नामक नाटक का मंचन किया। वंही मचंदूतक ने बेवफा, डाल्टनगंज की मासूम आर्ट ग्रुप ने आप कौन चीज के डायरेक्टर है, भोपाल की स्मृति शिक्षा एवं कल्याण समिति ने लागी छूटे ना और जमशेदपुर की संस्था डेट ने बड़े भाई साहब नाटक प्रस्तुत कर लोगों को भाव विभोर कर दिया। कार्यक्रम को सफल में कला संगम के सदस्यों की भूमिका सराहनीय रही।