देश की राजधानी दिल्ली, गणतंत्र दिवस के दिन पूरी तरह अराजकता और हिंसा का शिकार रहा । सड़कों पर तोड़-फोड़ की गई , बैरिकेड तोड़ा गया, पुलिस कर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश हुई, दुकानों में घुसकर सामान लूटे गए । स्थानीय लोग डर कर अपने घरों में दुबके रहे । प्रदर्शनकारियों की बड़ी संख्या देखते हुए पुलिसवाले भी बेबस दिखे ।
ITO पर एक प्रदर्शनकारी की मौत
किसान नेताओं को ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए तय रुट दिया गया था । लेकिन 11 बजे किसान नेताओं के ऊकसाने पर बड़ी संख्या में लोग रुट-चार्ट को धत्ता बताते हुए, ITO के पास जमा हो गए । प्रदर्शनकारियों के एक झुंड ने पुलिस पर हमला बोल दिया । पहले तो पुलिसवाले भाग खड़े हुए, लेकिन फिर वहां पर्याप्त संख्या में पुलिस भेजी गई । पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े गए । किसी तरह हिंसा पर काबू पाया गया ।
प्रदर्शनकारी की मौत कैसे हुई ?
ITO हिंसा में एक युवक की मौत हो गई । पुलिस का कहना है कि युवक ट्रैक्टर से स्टंट दिखा रहा था । इसी दौरान ट्रैक्टर से गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई । वहीं, प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है युवक की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई । दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि ITO या कहीं भी पुलिस की ओर से गोली का इस्तेमाल नहीं किया गया है ।
पुलिस पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश, कई इलाकों में इंटरनेट बंंद
प्रदर्शनकारियों ने डंडे के ऊपर नुकीले किल लगा रखे थे, उन्होने गंडासे और तलवार से पुलिसकर्मियो पर हमले किए । कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसवालों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की । भारी हिंसा को देखते हुए दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है । ये बैन मंगलवार रात 12 बजे तक जारी रहेगा ।