एक बार फिर वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने हिन्दुओं की भावनाओं को आहत किया है । सरस्वती पूजा के दिन दिए संदेश में उन्होंने मां सरस्वती के बारे में आपत्तिजनक बातें की । दिलीप मंडल ने अपने ट्विटर पर लिखा – “सरस्वती को मैं शिक्षा की देवी नहीं मानता। उन्होंने न कोई स्कूल खोला, न कोई किताब लिखी। ये दोनों काम माता सावित्रीबाई फुले ने किए। फिर भी मैं सरस्वती के साथ हूँ। ब्रह्मा ने उनका जो यौन उत्पीड़न किया, वह जघन्य है।”
गलती पर माफी मांगने से किया इनकार
आपत्तिजनक पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर #arrestdilipmandal ट्रेंड करने लगा । लोगों ने दिलीप मंडल की गिरफ्तारी की मांग की है । लेकिन इतना हंगामा होने के बाद भी उन्होंने न ट्वीट हटाया न ही माफी मांगने को तैयार हैं । उन्होंने कहा- ” ये हैशटैग बंद कीजिए। वरना मैं कबीर, संत रविदास महाराज, ज्योतिबा फुले, बाबा साहब, पेरियार, ललई यादव, जगदेव प्रसाद का लिखा हुआ सब उनकी किताबों से उठाकर पोस्ट कर दूँगा। फिर समेटते रहना ।”
इससे पहले भगवान् राम के अपमान का आरोप
दिलीप मंडल ने फेसबुक पर भगवान राम को लेकर एक अभद्र टिप्पणी की।
-उन्होंने लिखा-हे बालिके, मैं तो शादीशुदा हूं। तुम मेरे भाई के पास जाओ।
-वह कुवांरा है…यह कहकर उसने लड़की को अपने शादीशुदा भाई के पास भेज दिया, जिसकी पत्नी उर्मिला बरसों से अयोध्या में अपने पति के लौटने का इंतज़ार कर रही थी।
-इसके बाद उन्होंने लिखा- काहे का मर्यादापुरुषोत्तम ? टुच्चेपन की हद है।