वाशिंगटन, एजेंसियां। अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद दुनियाभर से तमाम मुल्कों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। गौर करने वाली बात है कि तालिबान की ओर से अंतरिम सरकार की घोषणा के बाद दुनिया के किसी भी देश ने उसका गर्मजोशी से स्वागत नहीं किया है। चीन ने भी सरकार में शामिल चेहरों को देखते हुए सधी हुई प्रतिक्रिया दी है कि वे तालिबान से संवाद कायम रखेंगे। यह जरूर कहा कि सरकार बनने के बाद हिंसाग्रस्त देश में अराजकता खत्म हुई है। जानें किस देश ने क्या दी प्रतिक्रिया…
चीनी विदेश मंत्रालय की पत्रकार वार्ता में प्रवक्ता वांग वेनबिन से जब पूछा गया कि क्या चीन अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार को मान्यता देगा, जिसमें शामिल गृहमंत्री भी अमेरिका की आतंकी सूची में शामिल हैं। समाचार एजेंसी रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक प्रवक्ता ने कहा कि हम उनसे संवाद कायम रखेंगे। चीन अफगानिस्तान की संप्रभुता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय एकता का सम्मान करता है। तालिबान के सत्ता में आने के बाद चीन ने उनसे एक खुली और समावेशी सरकार बनाने को कहा है।
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार अमेरिका अंतरिम सरकार में पूर्व इतिहास वाले चेहरों के प्रमुख पदों पर आने को लेकर चिंतित है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि बाइडन प्रशासन ऐसे लोगों के अंतरिम सरकार में होने से चिंतित है, जिन्हें पूर्व में रूस में आतंकी ग्रुप के सदस्यों के रूप में प्रतिबंधित किया हुआ है। इस अंतरिम सरकार में केवल वही लोग हैं, जो तालिबान के सदस्य हैं या उनके करीबी हैं। सरकार में कोई महिला नहीं है। सरकार को उसके काम से परखा जाएगा। उन्होंने अपेक्षा जताई कि तालिबान अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी संगठनों को नहीं करने देगा।