रामेश्वर उरावं ने रांची में बिहारी और मारवाड़ी भरने की बात बोलकर बर्रे के छत्ते में हाथ डाल दिया है । उन्हें इस बात का शायद ही अंदाजा होगा कि कांग्रेस के अंदर से ही इतनी तीखी प्रतिक्रिया आएगी । झारखंड कांग्रेस के अंदर आदिवासी ईसाई गुट खुलकर रामेश्वर उरावं के बयान का समर्थन कर रहा है तो दूसरी ओर दीपिका पांडे सिंह और कुमार गौरव के नेतृत्व में गैर- आदिवासी विधेयकों की पूरी लॉबी अपने अध्यक्ष के बयान के खिलाफ उतर गई है । रामेश्वर उरावं की शिकायत राहुल और सोनिया गांधी तक पहुंच चुकी है ।
ममता देवी ने अपने अंगरक्षक लौटाए
रामगढ़ से कांग्रेस की विधायक ममता देवी ने अपने सरकारी अंगरक्षकों को वापस कर दिया है । वे लगातार कहती रही हैं कि पुलिस-प्रशासन के लोग उनकी सुनते ही नहीं तो फिर सत्ताधारी दल का विधायक रहने का क्या फायदा ?
बेरमो से कांग्रेस के विधायक कुमार गौरव ने भी अपने प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ भड़ास निकाली है । उन्होने अपने ट्वीट में लिखा है-
” कांग्रेस की सोच है कि हिंदू मुस्लिम सिख इसाई आपस में है सब भाई भाई। यह बयान कांग्रेस विचारधारा के विपरीत है और कांग्रेस की आत्मा को चोट पहुंचाने का कार्य करता है। बिरसा की महान धरती पर रहने वाला हर व्यक्ति झारखंडी है और अपने कर्मों से इस धरती को सिच रहा है।”
झारखंड कांग्रेस में होगा बड़ा सांगठनिक फेरबदल
झारखंड में जल्द ही दो बड़े बदलाव होने हैं । चर्चा है कि प्रदेश अध्यक्ष से लेकर उपाध्यक्ष तक बदले जाएंगे । इसके साथ ही हेमंत मंत्रीमंडल विस्तार भी होना है । मौजूदा सरकार के एकमात्र अल्पसंख्यक मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का निधन हो चुका है । ईसाई लॉबी चाहती है कि अल्पसंख्यक कोटे वाली मंत्री की सीट किसी आदिवासी ईसाई को मिले । वहीं हेमंत मंत्रीमंडल में एक भी मुसलमान न होने की बात इरफ़ान अंसारी जोर शोर से उठा रहे हैं ।
कई बड़े नेता प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं । धीरज साहू तो सोनिया और राहुल गांधी से मुलाक़ात भी कर चुके हैं । अजय कुमार कांग्रेस में दोबारा शामिल हुए हैं और फिलहाल उनके पास कोई खास काम भी नहीं हैं । सूत्र बताते हैं कि ये सारी बयानबाजी मंत्री और बोर्ड-निगम को लेकर है ।