निजी क्लीनिक में इलाज के दरम्यान हुई बच्चे की मौत
सिमरिया :-गांव गांव में कुकुरमुते की तरह पनप रहे झोलाछाप चिकित्सकों ने अब लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है। प्रतापपुर थाना क्षेत्र के योगियारा पंचायत के योगियारा गांव में गुरुवार देर शाम को एक झोला छाप डॉक्टर ने एक मासूम बच्चे की जान ले ली।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बच्चा कुंदा थाना क्षेत्र के इचातू गांव निवासी दुखन यादव का पुत्र रंजय कुमार यादव था। वह कुछ दिनों से बीमार चल रहा था। पिता अपने मासूम बच्चा को लेकर साढू बुटा यादव के घर योगियारा गांव में झाड फूंक और इलाज कराने के लिए आया हुआ था। इसी बीच किसी ने बताया कि झोला छाप डॉक्टर बिहारी साव अच्छा इलाज करता है ।बिहारी साव के झांसे में आ एक सप्ताह से उसके निजी क्लीनिक में रंजय का इलाज चल रहा था। दुखन यादव गरीबी और लाचारी के कारण अपने कलेजे के टुकड़े को बेहतर इलाज नहीं करा पा रहा था। गुरुवार को उसको अचानक तेज बुखार आया और उसकी मौत इलाज के दौरान बिहारी साव के क्लीनिक में ही हो गई है।
बच्चा के मौत के पहले योगियारा गांव के ही एक व्यक्ति के द्वारा झाड़ फूंक भी किया गया था। रात में जब बच्चा की मौत हो गई तो परिजनों ने रोना धोना शुरू कर दिया। गांव के लोगों को क्लिनिक के आस पास में जुटते देख डॉक्टर मुन्ना भाई एमबीबीएस एक गाड़ी बुला कर शव को परिजनों के साथ इचातू गांव भेज दिया ।इस घटना की चर्चा पुरे गांव में हैं। घटना के बाद से बिहारी साव अपना क्लीनिक छोड़ कर भाग गया है। परिजनों का मासूम बच्चे की मौत से रो-रो कर बुरा हाल है।