गुजरात के 6 महानगर पालिका (मनपा) चुनावों में एक बार फिर भाजपा की न सिर्फ विजय हुई है बल्कि पार्टी ने 85% सीटों पर कब्जा जमाया है । दो दशकों तक गुजरात में सत्ता में रहने के बावजूद भाजपा का 85 फीसदी सीटें जीतने से राजनीति के पंडित भी हैरान हैं । क्योंकि कांग्रेस को anti incumbency से बहुत आस थी ।
कांग्रेस की नर्मदा और ताप्ती में जल-समाधि
जबसे कांग्रेस पार्टी का गठन हुआ है, उसके बाद से उसे इन चुनावों में गुजरात में सबसे कम वोट मिले हैं । सबसे चौंकाने वाले नतीजे अहमदाबाद और सूरत से आए। अहमदाबाद में ओवैसी की पार्टी AIMIM के 7 पार्षद चुने गए। वहीं, सूरत में पहली बार आम आदमी पार्टी के 27 पार्षद जीतकर आए। सूरत शहर, जहां आम आदमी पार्टी को 27 सीटों पर जीत मिली, उसे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हार्दिक पटेल का गढ़ माना जाता था। सूरत की 120 सीटों में से भाजपा ने 97 पर जीत दर्ज की। वहीं, 27 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर पर रही ।
मोदी-शाह ने जनता का आभार जताया
गुजरात में भाजपा के शानदार प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि चुनाव परिणाम साफ तौर पर विकास और सुशासन की राजनीति के प्रति लोगों के अटूट विश्वास को दिखाते हैं। भाजपा पर फिर से भरोसा करने के लिए राज्य की जनता का आभारी हूं।गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘नतीजों से एक बात साबित हुई है कि गुजरात हमारी पार्टी का गढ़ है। भाजपा ने यहां 85% सीटों पर जीत हासिल की है। पूरे गुजरात में सिर्फ 44 सीटें ही कांग्रेस को मिल पाई है।
गुजरात में अगला विधानसभा चुनाव भाजपा और आप के बीच- केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात के लोगों ने काम की राजनीति को वोट दिया है। लोग भाजपा और कांग्रेस की राजनीति से त्रस्त थे। लोगों को एक विकल्प चाहिए था और आम आदमी पार्टी के रूप में उनको यह विकल्प मिला है। अब आने वाला चुनाव सिर्फ आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच होगा।