प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसान के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने वालों से देश के अन्नदाता को सावधान रहने को कहा । महाराजा सुहेलदव की जयंती समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कभी विदेशी कंपनियों को भारत में आने देने वाले लोग आज देसी कंपनियों के खिलाफ माहौल बना रहे हैं। किसानों के हित में बने कृषि कानूनों के खिलाफ भ्रम फैलाने में जुटे हैं। दुष्प्रचार कर रहे हैं।
गांव के गरीब किसान सब देख और समझ रहा है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज गांव का गरीब किसान देख रहा है कि उसके छोटे से घर और जमीन को बचाने के लिए कोई सरकार इतनी बड़ी स्कीम चला रही है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने स्वामित्व योजना के तहत गांवों में लोगों को अधिकार देने का काम किया है।
एक परिवार का प्रशंसापत्र लिखने वाले इतिहासकारों ने देश के साथ अन्याय किया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंद इतिहासकारों ने सुभाष चन्द्र बोस, सरदार पटेल, सुहेलदेव के साथ बड़ा अन्याय किया । सुभाषचंद्र बोस भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, पर क्या उनके साथ न्याय किया गया? इतिहास बनाने वालों के साथ इतिहास लिखने वालों ने जो अन्याय किया है, उसे आज का भारत सुधार रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरदार पटेल के देश की तमाम रियासतों को एकजुट किया । लेकिन क्या उन्हें वो सम्मान मिला जिसके वो हकदार थे ? आज हमने लालकिला से अंडमान तक सुभाषचंद्र बोस को सम्मान दिया, हमने सरदार पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनवाई । हम सुहेलदेव जी को भी ऐसा ही सम्मान देंगे । इससे पहले तो इतिहास के नाम पर एक परिवार का प्रशंसापत्र लिखा जाता था, उसे उसे पढ़ने के लिए बच्चों को दे दिया जाता था ।
कभी विदेशी कंपनियों को बुलाने वाले स्वदेशी कंपनियों के खिलाफ़ माहौल बना रहे हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ लोग विदेशी कंपनियों की खातिर अपने देश की कंपनियों का विरोध कर रहे हैं । ऐसे लोग कभी किसान के नाम पर तो कभी गरीब के नाम पर भावनात्मक दोहन करते हैं । हमें इनके इतिहास, इनकी मंशा समझना होगा । सत्ता के बिना बिन जल मछली की तरह तड़पते ये लोग तो अभी और हंगामा करेंगे, अभी और साज़िश रचेंगे ।