आपने आवारा कुत्तों को जबरदस्ती ट्रकों में डालकर शहर से दूर जंगल में छोड़ते सुना या देखा होगा । लेकिन इंसान की संवेदनाएं इतनी मर चुकी हैं कि अब जानवरों की तरह इंसानों को भी जबरदस्ती लादकर शहर से दूर नदी किनारे छोड़ आए, ताकि शहर खूबसूरत दिखे और उसे स्वच्छता में नंबर वन पोजिशन मिल सके । ये घटना मध्यप्रदेश के इंदौर शहर की है, जहां जानवरों की तरह बेसहारा बुजुर्गों को शहर से दूर शिप्रा नदी किनारे छोड़ आए। बताया जा रहा है कि ये लोग भिखारी थे ।
बताया जा रहा है कि नगर निगम के कर्मचारी बूढ़े भिखारियों को एक डंपर में मवेशियों की तरह भरकर शहर के बाहर छोड़ आए। लोगों ने कर्मचारियों की इस हरकत का विरोध किया तो उन्होंने बुजुर्गों को वापस डंपर में बैठाया।
कर्मचारी बुजुर्ग भिखारियों को इंदौर-देवास सीमा पर शिप्रा नदी के पास छोड़कर जा रहे थे। कई बुजुर्ग चल-फिर भी नहीं सकते थे। वो गाड़ी में एक के ऊपर एक लदे हुए थे। वहां मौजूद लोगों ने इस अमानवीय हरकत का विरोध किया तो कर्मचारी घबरा गए। जब ये खबर सुर्खियों में आई तो निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने रैन बसेरा के दो कर्मियों को बर्खास्त कर दिया।
हंगामा बढ़ा तो अधिकारियों पर गिरी गाज
जब सोशल मीडिया पर तेजी से ये वीडियो वायरल होने लगें तो निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने आनन-फानन में दो कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। निगमायुक्त ने कर्मी ब्रजेश लश्करी और विश्वास वाजपेयी को सस्पेंड किया है। निगम कमिश्नर ने साफ किया है कि मामला संवेदनशील है और जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।