कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस का राज्यस्तरीय ट्रैक्टर रैली सह किसान सम्मेलन
झारखंड सरकार के कांग्रेसी मंत्रियों सहित कई कांग्रेस सांसदों विधायकों ने की कार्यक्रम में शिरकत
उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/ अजय निराला
हजारीबाग। किसान आंदोलन के समर्थन व केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस द्वारा जिले में शनिवार को राज्यस्तरीय ट्रैक्टर रैली सह किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें सैकड़ों किसान अपनी ट्रैक्टर लेकर पहुंचे थे। बतातें चलें कि कांग्रेस पार्टी इस रैली की तैयारी कई दिनों पूर्व से करने में लगी थी। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह शामिल हुए। वहीं इसमें झारखंड सरकार के कई कांग्रेसी मंत्री, विधायक व सांसद शामिल हुए। इनमें वित्त मंत्री सह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, सांसद गीता कोड़ा, राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू, बरही विधायक उमाशंकर अकेला, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद, बेरमो विधायक अनूप सिंह, रामगढ़ विधायक ममता देवी, झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, गोड्डा विधायक डॉ इरफान अंसारी, विधायक दीपिका पांडेय सहित कई पूर्व विधायक व सांसद शामिल थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने की।
किसानों के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे- रामेश्वर उरावं
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कोई व्यावसाय नहीं है, देश की संस्कृति रही है। कहा कि कृषि व किसान कांग्रेस की प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी दावा करती है कि वह कृषि को बचाएगी। फिर ऐसे कानून लेकर उसे खत्म करने पर क्यों आमादा है। जबकि कांग्रेस ने कई आंदोलनों में भाग लेकर कृषकों के हितों को सहेजा है। प्रथम पंचवर्षीय योजना में कृषि को प्राथमिकता दी गई। ताकि देश के किसान सशक्त बनें। 60 के दशक में हरित क्रांति लेकर भारत आत्मनिर्भर बना। वहीं कांग्रेस ने एमएसपी के ढांचे को बनाया। जिसे केंद्र सरकार खत्म करने पर तुली है। 2007 में केंद्र की मनमोहन सरकार ने किसानों के 77 हजार करोड़ रुपए के ऋण को माफ किया। 2013 में कांग्रेस ने भूमि अधिग्रहण कानून को लाकर कृषक के जमीनों को बचाया। लेकिन उसे भी खत्म करने की कोशिश बीजेपी ने कई बार की है।
बीजेपी जब-जब सत्ता में आई किसानों को किया हुए कमजोर: आरपीएन सिंह
ट्रैक्टर रैली सह सम्मेलन के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि बीजेपी जब-जब सत्ता में आई है देश के किसानों को कमजोर किया है। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हांथों लेते हुए पूछा कि किसानों की आय दुगुनी कैसे होगी। क्योंकि पेट्रोल व डीजल के दाम आसमान छू रही है। कहा कि केंद्र की सरकार को आम लोगों की चिंता नहीं है। साथ ही कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ तब तक खड़ी रहेगी जब तक तीनों कृषि कानून को केंद्र सरकार वापस नहीं ले लेती।
किसानों के मन की बात पीएम ने कभी नहीं की: आलमगीर आलम
झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 3 माह से किसान कानून के खिलाफ सड़कों पर हैं। लेकिन इस दौरान प्रधानमंत्री ने कभी भी किसानों के मन की बात नहीं की। उन्होंने कहा कि बीजेपी बार बार कहती है कि एमएसपी बरकरार रहेगा। तो फिर इस बात का जिक्र कानून में क्यों नहीं किया गया है। इसलिए बिल को लेकर संशय है। कहा कि कांग्रेस किसानों के हित में हमेशा खड़ी थी और खड़ी रहेगी।
बादल पत्रलेख का संबोधन:
कृषि मंत्री सह कार्यक्रम के प्रभारी बादल पत्रलेख ने कहा कि हजारीबाग की धरती आंदोलनों की धरती रही है। इस ट्रैक्टर रैली के माध्यम से हमारी आवाज रायसीना हिल की दीवारों को भेदकर प्रधानमंत्री तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के हित की लड़ाई लड़ी जा रही है। कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ है।