वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को जिस बात का डर सबसे अधिक था, आखिरकार वही हुआ। अमेरिका में जारी सबसे लंबी लड़ाई को खत्म करने का उनका अहम निर्णय भी इसी समस्या से जुड़ा था। उन्होंने बार-बार कहा था कि वह अमेरिकी सेना के एक भी और सदस्य को नुकसान नहीं पहुंचने देंगे। उनका मानना था कि अब सैनिकों का अफगानिस्तान में ठहरना अमेरिका के हित में नहीं है। नाराज राष्ट्रपति जो बाइडन ने कसम खाकर कहा कि काबुल एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को खोजकर मारेंगे। दोषियों को हमले में मारे गए 13 अमेरिकी सैनिकों और 18 घायलों के खून की कीमत चुकानी होगी।
बाइडन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘मेरे शासन में हमारे हितों और लोगों की रक्षा के लिए हर कदम उठाए जाएंगे। हमें उन्हें पकड़ कर इसके लिए सजा देंगे।’ उन्होंने कहा कि जिन्होंने इस हमले को अंजाम दिया है और अगर कोई है जो अमेरिका को नुकसान पहुंचाने का इरादा रखता है, हम कुछ भी माफ नहीं करेंगे। हम कुछ भी नहीं भूलेंगे।

