झारखंड कांग्रेस में एकबार फिर बदलाव की आहट सुनाई दे रही है। प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरावं ने दिल्ली में केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। इसके बाद वे सोनिया और राहुल गांधी से मिले । कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि होली के बाद झारखंड कांग्रेस को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है। उससे पहले कांग्रेस के प्रदेश स्तर के नेताओं, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के बीच सर्वे कराया जाएगा।
धीरज साहू, सुबोधकांत सहाय या एक महिला नेता का नाम रेस में
झारखंड कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, इसे लेकर पार्टी के अंदर मंथन चल रहा है। वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरावं राज्य के वित्त मंत्री भी हैं। लिहाजा कांग्रेस आलाकमान उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद के दायित्व से मुक्त करना चाहता है। नये प्रदेश अध्यक्ष के लिए सबसे पहले रामेश्वर उरावं के मन को टटोलने की कोशिश हुई। इसके बाद कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से राय मांगी गई। सूत्रों की माने तो रामेश्वर उरावं ने बादल पत्रलेख और एक महिला नेता का नाम सुझाया है।
धीरज साहू को लेकर कई नेताओं को आपत्ति
रामेश्वर उरावं चाहते हैं कि एक ऐसा नेता प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी संभाले जिसपर गुटबाजी का आरोप नहीं लगा हो। उन्होने इसके लिए बादल पत्रलेख का नाम सुझाया । लेकिन बादल पत्रलेख फिलहाल राज्य के कृषि मंत्री हैं। लिहाजा मंत्री पद और प्रदेश अध्यक्ष का पद दोनों में से उन्हें एक को चुनना होगा। बादल पत्रलेख के आसपास के लोग बताते हैं कि वे मंत्री पद छोड़ना नहीं चाहते। धीरज साहू के नाम को लेकर कई बड़े नेताओं को आपत्ति है। घूम-फिर कर सूई दो नेताओं पर आकर टिक गई है। पहला रांची के पूर्व सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और झारखंड कांग्रेस की एक महिला नेता ।
सुबोधकांत सहाय से बात करेगी कांग्रेस आलाकमान
कांग्रेस सूत्रों की माने तो हाली के बाद कांग्रेस नेतृत्व में परिवर्तन होगा। संगठन में भी बदलाव होगा। इससे पहले पार्टी हाइकमान हर तरह के विवाद निपटा देना चाहता है। सुबोधकांत सहाय के नाम पर अबतक किसी ने आपत्ति नहीं जताई है। इसी तरह कांग्रेस की एक महिला नेता के नाम पर भी करीब-करीब सहमति है। अब शीर्ष नेतृत्व इन दोनों से बात करेगा।