
देश के करीब 12 राज्यों में Electric Bus सेवा शुरु हो चुकी है। यहां तक की पड़ोसी राज्यों जैसे ओडिशा, बिहार, उत्तर प्रदेश और बंगाल में भी Electric Bus शुरु हो चुकी है। लेकिन अपने राज्य झारखंड में Electric Bus चलाने को लेकर क्या योजना है, इसकी जानकारी शायद किसी को नहीं…हर नए इनोवेशन को अपनाने में आखिर पीछे क्यों रह जाता है अपना झारखंड ?
बिहार में सीएम नीतीश कौमार ने 12 Electric Bus को दिखाई हरी झंडी

सीएम नीतीश कुमार ने बिजली से चार्ज होकर चलने वाली 12 Electric Bus को रवाना किया । ये बसें पटना-राजगीर, पटना-मुजफ्फरपुर के रुट पर चलेगी । नीतीश कुमार Electric Bus पर ही सवार होकर विधानसभा पहुंचे।
पूरी तरह वातानुकूलित है Electric Bus
पटना नगर बस सेवा और बिहार के विभिन्न मार्गों पर मार्च के आखिरी सप्ताह तक कुल 25 Electric Bus का परिचालन शुरु हो जाएगा । सभी इलेक्ट्रिक बसें वातानुकूलित और आधुनिक सुविधाओं से लैस है । 9 मीटर की लंबाई वाली 15 इलेक्ट्रिक बसें 37 सीटर , जबकि 12 मीटर लंबाई की 10 बसें 45 सीटर होंगी । बसों के अंदर इमरजेंसी गेट एवं इमरजेंसी विंडो की भी सुविधा उपलब्ध है।
फुलवारी शरीफ में बनाया गया है चार्जिंग स्टेशन
Electric Bus को चार्ज करने के लिए परिवहन परिसर फुलवारी शरीफ में कुल 1200 किलोवाट के चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें 120 किलोवाट के 6 चार्जिंग प्वाइंट और 240 किलोवाट के दो चार्जिंग प्वाइंट हैं । प्रतिदिन रात्रि में इलेक्ट्रिक बसें चार्ज किये जाने के बाद यहीं से खुलेगी ।

Electric Bus की विशेषताएँ –
– एक बार चार्ज होने के बाद 225-250 किलोमीटर चलेगी।
-पूर्णतः प्रदूषण मुक्त
-पूर्णतः वातानुकूलित
-सीसीटीवी कैमरा (दो बस के अंदर और एक बाहर)
– सभी बसों में तीन-तीन डिस्प्ले
– पैनिक बटन फैसिलिटी
– बस के अंदर यात्रियों को मोबाइल चार्ज करने की सुविधा
– पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम
– स्मार्ट टिकटिंग एवं इंटेलिजेंट व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम
– इमरजेंसी बटन एवं एलार्म बेल
– पैनिक बटन