चतरा:- उत्तराखंड के चमोली जिले में हुए प्राकृतिक हादसा एक दुखद और दर्दनाक घटना है तथा इसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम होगा। यह उद्गार झारखंड सरकार के श्रम एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने चतरा में कहीं । सत्यानंद भोक्ता तीन दिवसीय दौरे पर इन दिनों चतरा में है तथा उत्तराखंड से संबंधित पूछे गए प्रश्न के जवाब में वे उक्त बातें कहीं।
मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने साफ शब्दों में कहा कि इस दर्दनाक हादसे में कई मजदूर अपनी जान गंवा चुके हैं तथा कई मजदूरों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। इसे लेकर लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। झारखंड के रामगढ़, लोहरदगा तथा बोकारो जिले के भी कई मजदूर वहाँ फंसे हुए थे जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया है ।इस मामले में झारखंड सरकार पूरी तरह गंभीर है तथा हमने प्रधान सचिव को साफ तौर पर निर्देश दिया है कि वे मजदूरों के मामले में जितना संभव हो सके उतना मदद पहुँचाये। इस मामले को लेकर वे लगातार वहां के जिलाधिकारी से सीधा संपर्क में है।
श्रम विभाग की ओर से दो पदाधिकारियों की एक टीम बनाई गई है जिसमें रामगढ़ तथा लोहरदगा के श्रम अधीक्षक शामिल है उन्हें साफ तौर पर निर्देश दिया गया है कि मजदूरों के परिजन यदि वहां जाकर उनसे मिलना चाहते हैं तो उन्हें वहां ले जाने तथा उन्हें रहने, खाने की समुचित व्यवस्था की जाए तथा जो मजदूर वापस आना चाहते हैं उन्हें बस, ट्रेन या फिर हवाई मार्ग से वापस लाने की समुचित व्यवस्था की जाए। झारखंड सरकार इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लिया है तथा मजदूरों का हर संभव मदद करने में लगी है।