कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन की टीम गया से रखे हुए थी नजर, हजारीबाग एसपी ने की त्वरित कार्रवाई, चौपारण में बस से बच्चे सुरक्षित बरामद
फैक्ट्री में काम कराने के लिए सहरसा से आंध्र प्रदेश ले जाए जा रहे थे सभी नाबालिग मासूम
अमरनाथ पाठक/उज्जवल दुनिया संवाददाता/हजारीबाग। दैनिक अखबार “उज्ज्वल दुनिया” की पहल पर बिहार के सात मासूमों की जिंदगी बच गई। इससे पहले कि उन बच्चों का बचपन फैक्ट्रियों में कुचल दिया जाता हजारीबाग के तेजतर्रार और काबिल एसपी कार्तिक एस और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन की त्वरित पहल पर चौपारण के एक लाईन होटल के पास खड़ी बस से सभी सात नाबालिग बच्चों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
ऐसे हुआ रेस्क्यू
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन के सीनियर एक्टिविस्ट गोविंद खनाल ने “उज्जवल दुनिया” के इस संवाददाता को सूचना दी कि सहरसा से “विजय दुर्गा” नामक बस से सात बच्चों को फैक्ट्रियों में बाल मजदूरी कराने के लिए आंध्र प्रदेश ले जाया जा रहा है। बस गया होते हुए चौपारण-बरही जीटी रोड से जा रही है। चौपारण के एक लाईन होटल में बस रूकेगी। एसपी से मदद की दरकार है। “उज्जवल दुनिया” ने इसकी सूचना एसपी कार्तिक एस को दी। उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए चौपारण थाना प्रभारी नीतीश कुमार सिंह को किसी भी हाल में इस रेस्क्यू को सफल बनाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही चौपारण थाना प्रभारी सदलबल वहां पहुंचे और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन्स फाउंडेशन की टीम के साथ बस में रेड कर सभी बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया। इस संबंध में कैलाश सत्यार्थी ग्रुप के सीनियर एक्टिविस्ट गोविंद खनाल ने बताया कि बच्चों को एजेंट के माध्यम से आंध्र प्रदेश भेजा जा रहा था। बाल मजदूरी करानेवाला ठेकेदार आंध्र प्रदेश में ही है। फिलहाल बच्चों को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी/चाईल्ड लाईन को सुपुर्द करने की प्रक्रिया जारी थी।