झारखंड में एक बार फिर पत्थलगड़ी का जिन्न जाग रहा है….या कुछ लोग इसे दोबारा जिंदा करने की कोशिश कर रहे हैं ? पत्थलगड़ी आंदोलन को दोबारा जिंदा करने के पीछे कुछ सामाजिक संगठन और क्रिश्चियन मिशनरी से जुड़े लोग शामिल हैं…आखिर क्यों ?
ग्रामीणों ने श्री श्री रविशंकर को दी गयी जमीन पर कर दी पत्थलगड़ी
रांची एयरपोर्ट के पास आध्यात्मिक सेंटर खोलने के लिए रघुवर सरकार के कार्यकाल में श्री श्री रविशंकर को दी गई जमीन पर ग्रामीणों ने पत्थलगड़ी कर दी । एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के ओबरिया स्थित टुंगरी में ग्रामीणों ने पत्थलगड़ी की है । पत्थलगड़ी के वक्त बड़ी संख्या में ग्रामीण जुटे थे । जानकारी मिलने के बाद प्रशासन की ओर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।
पेसा कानून को आधार बनाकर पत्थलगड़ी
ग्रामीणों ने पेशा कानून को आधार बना कर पत्थलगड़ी की है । ग्रामीणों का आरोप है कि ग्रामसभा की जमीन को पूर्व की सरकार ने आर्ट ऑफ लिविंग संस्था की सहयोगी मानव विकास को हस्तांतरित कर दी है । ग्रामीण यहां पहले भी पत्थलगड़ी करना चाहते थे, तब प्रशासन ने इन्हें रोक दिया था। अब मौका मिलते ही ग्रामीणों ने इस स्थल पर पत्थलगड़ी कर दी ।