सड़क जाम हटाने गए इचाक थाना के कई पुलिसकर्मी जख्मी
पुलिस और धक्का मारनेवाले वाहन को भीड़ ने किया क्षतिग्रस्त
मुआवजे के आश्वासन के बाद हटा जाम
मो. दानिश/उज्ज्वल दुनिया संवाददाता…..इचाक (हजारीबाग)। जिले के इचाक थाना स्थित हदारी पंचायत के चपरख चौक पर एक अनियंत्रित बोलेरो ने महिला मीना देवी(32) और ग्रामीण सुनील यादव (45) को अपनी चपेट में ले लिया। दोनों घायलों को हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया। वहां मीना देवी की मौत हो गई। घटना मंगलवार की सुबह करीब 5.30 बजे की है। मीना देवी की मौत से गुस्साए लोगों ने उसके शव को सड़क पर रखकर हदारी चौक को जाम कर प्रदर्शन करने लगे। इचाक पुलिस जाम को हटाने आयी, तो भीड़ ने पुलिस टीम पर हमला और पथराव कर दिया। साथ ही धक्का मारनेवाले महिंद्रा कंपनी की बोलेरो (जेएच 05 बीएम 5667) और इचाक पुलिस वाहन (जेएच 01 एवाई 4416) को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस वाहन के शीशे चकनाचूर कर दिए गए। बताया जाता है कि पथराव और हंगामा के दौरान इचाक थाना के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी नंदकिशोर दास पर लाठी से प्रहार कर दिया। वहीं हवलदार के सिर पर गहरे जख्म पहुंचे हैं। आरक्षी अभिषेक कुमार सिंह भी चोटिल हुए हैं। अन्य पुलिसकर्मियों को भी हलकी चोट लगी है। पथराव में कुछ ग्रामीणों को भी चोट लगने की बात कही गई है। जिस वाहन से दुर्घटना हुई उसपर सवार चालक समेत दोनों लोग फरार हो गए। वाहन पूर्वी सिंहभूम निवासी मुकुल मिश्रा का बताया जा रहा है।
आक्रोशित लोगों ने किया सड़क जाम
इधर आक्रोशित लोग मुआवजे की मांग को लेकर इचाक मोड़ वाया बरकट्ठा रोड को घंटों जाम किए हुए थे। भीड़ को काबू में लेने के लिए जिला से अतिरिक्त बल को बुलाया गया। बल का नेतृत्व डीएसपी विवेकानंद ठाकुर एवं सुनीता लकड़ा साथ में थाना प्रभारी नंद किशोर दास कर रहे थे। मृतक के परिवार को फिलहाल 20 हजार रुपए क्रिया कर्म के लिए दिया गया। अन्य पारिवारिक लाभ के आश्वासन पर जाम हटा। मौके पर प्रमुख सरिता देवी, समाजसेवी कैलाश मेहता, आजसू नेता प्रदीप मेहता, चंद्रदेव राम, संजय राणा समेत सैकड़ों ग्रामीण मामले को शांत कराने में जुटे थे।
पत्थरबाजों को किसी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा : एसपी
इस संबंध में एसपी कार्तिक एस ने बताया कि पत्थरबाजों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें चिह्नित कर हर हाल में कार्रवाई की जाएगी। अभी पत्थर से लगने से एक हवलदार संजय राम घायल बताया जा रहा है। यह दु:खद और अप्रिय घटना है। किसी भी व्यक्ति को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। इस मामले पर पुलिस गंभीर है। जांच कर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।