पंजाब के कांग्रेस विधायक रणिन्दर सिंह बिट्टा ने दावा किया है कि ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा पूर्व नियोजित थी और इसके लिए पूरी तैयारी की गई थी । उन्होंने बताया कि इस हिंसा का असली मकसद सिखों और हिन्दुओं के बीच भेद पैदा करना था, जिससे पंजाब में दोबारा आतंकवाद खड़ा किया जा सके ।
हिंसा के बीच 3 घंटे डरे-सहमे और बिलखते रहे बच्चे
250 बच्चे जो 26 जनवरी की परेड में हिस्सा लेने आए थे, वे लाल क़िले में फँस गए, डरे सहमे बच्चे क़रीब तीन घंटे तक ठिठुरते हुए में छिपे रहे, रोते रहे, बिलखते रहे, आंदोलनकारियों के हुड़दंग को देख डर से काँपते रहे । देर शाम पुलिस ने उन्हें प्रदर्शनकारी भीड़ से रेस्क्यू किया ।
ट्रैक्टर पलटने से हुई थी युवक की मौत, CCTV फुटेज जारी
इस बीच पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज जारी किया है, जिसमें यह साफ दिख रहा है कि युवक ट्रैक्टर से बैरिकेड तोड़ रहा था, इस दौरान ट्रैक्टर पलट गया और उसकी मौत हो गई । दिन में प्रदर्शनकारियों और कुछ पत्रकारों ने आरोप लगाया था कि युवक की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई थी ।