
साहिबगंज। फेरीघाट सेवा प्रावधानों को ताख पर रख दिया जा रहा है। रात्रि मे मालवाहक जहाज चलाए जा रहे हैं, जो पूर्णरूप से गैरकानूनी है । रात के अंधकार मे कोई दुर्घटना हो जाए तो उसे भी लीपापोती हो जाती है।
कई गंभीर हादसों के बाद भी कार्रवाई नहीं
पिछले सप्ताह ही रात्रि मे मालवाहक जहाज पर लदे पत्थर चिप्स ट्रक का चालक लापता हो गया था, जिसका शव पांच दिनों के दरम्यान कटिहार के गोलाघाट के पास से बरामद किया गया। घटना 16 फरवरी को साहिबगंज के समदा घाट से बिहार के मनिहारी घाट पर जाने के क्रम रात के समय हुई थी। वहीं 23 नवंबर को राजमहल गंगा घाट से मालवाहक जहाज ओवरलोडेड ट्रकों को लेकर बंगाल के मानिकचक घाट के लिए जा रहा था। जिसके बाद जहाज असंतुलित हो गया जिससे कई ट्रक गंगा के समा गए थे। जिसमें जिले के ड्राइवर, खलासी की मौत हो गई थी। उसके बाद भी प्रशासन चुप्पी साधे हुए है।
प्रशासन पर लीपा-पोती का आरोप
पिछले सप्ताह चालक के शव मिलने के बाद काफी किचकिच के बाद प्राथमिकी दर्ज हुई। मृतक ट्रक चालक के भाई का कहना है कि ओवर टिप और अधिक कमाई के चक्कर में फेरी सेवा घाट प्रबंधक रात के समय जहाज चला रहे हैं।
अपर समाहर्ता ने कहा कि सारे घाट प्रबंधक को बताया गया है कि सूर्यास्त होने के बाद मालवाहक जहाज नहीं चलने है। लेकिन रात्रि में मालवाहक चलाने से घटनाएं घट रही है।