रांची । लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर किसान अधिकार दिवस के रूप में मनाया गया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी काले कानून का व्यापक रूप से विरोध करने का संकल्प लिया। राजधानी रांची सहित कोल्हान के चाईबासा, सरायकेला खरसावां, एवं जमशेदपुर में सत्याग्रह किया गया । चाईबासा सत्याग्रह में उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने कहा कि काले कानून से आज पूरा देश परेशान और तबाह हो रहा है,अपने पूंजीपति मित्रों को पुरस्कृत करने के लिए कृषि कानून में संशोधन देश के हित में नहीं है।
वहीं संथाल परगना के जिले पाकुड़,साहेबगंज, गोड्डा, देवघर में सत्याग्रह किया गया जहां गोड्डा समाहरणालय के समक्ष विधायक प्रदीप यादव ने सत्याग्रह में शामिल हुए एवं काले कानून का विरोध किया। पलामू प्रमण्डल के लातेहार, डाल्टेनगंज, गढ़वा में कांग्रेस जन सत्याग्रह पर बैठे, जबकि धनबाद, बोकारो, हजारीबाग, चतरा, गिरीडीह में भी सत्याग्रह का आयोजन किया गया।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि चुनाव के उपरांत कृषि कानून और श्रमिक कानून के खिलाफ व्यापक आंदोलन किए जाएंगे, जिसके तहत 1 से 10 नवंबर के बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा ट्रैक्टर रैली के माध्यम से खेत बचाओ यात्रा का आयोजन किया जाएगा जिसका नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव करेंगे और मुख्य अतिथि के रूप में प्रभारी आरपीएन सिंह जी उपस्थित रहेंगे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से 10 नवंबर तक 25 लाख हस्ताक्षर प्रभारी आरपीएनसिंह के माध्यम से कांग्रेस अध्यक्षा को भेजा जाएगा और 14 नवंबर को दो करोड़ किसान एवं खेत मजदूरों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपा जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डा राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि 14 नवंबर पंडित जवाहरलाल नेहरू नेहरू के 131वीं जयंती के अवसर पर सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया जाएगा जबकि पूर्व संध्या पर 13 नवंबर को सभी प्रदेश मुख्यालयों पर नेहरू विचारधारा एवं राष्ट्र निर्माण में योगदान को लेकर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।