लखनऊ: आगामी राज्यसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में 11 सीट के लिए विभिन्न राजनीतिक पार्टियों का मंथन जारी है. समाजवादी पार्टी में राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा का दौर शुरू है. मौजूदा संख्या बल के हिसाब से समाजवादी पार्टी तीन सदस्यों को राज्यसभा भेज सकती है. ऐसे में पार्टी कारोबारी, पूर्व नौकरशाह और पार्टी के पुराने वफादारों के साथ दूसरे राज्यों के कुछ चेहरों पर भी मंथन कर रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जो तीन नाम सबसे आगे चल रहे हैं, उनमें सलीम शेरवानी, आलोक रंजन और कपिल सिब्बल का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है. आलोक रंजन उत्तर प्रदेश के पूर्व चीफ सेक्रेटरी रहे हैं और अखिलेश यादव के काफी करीबी माने जाते हैं और कपिल सिब्बल कांग्रेस के बड़े नेता हैं.
बता दें कि राज्यसभा की 11 सीट के लिए 24 मई से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. मौजूदा समय में सपा के पांच सांसद राज्यसभा में हैं. इनमें कुंवर रेवती रमन सिंह, विशंभर प्रसाद निषाद, और सुखराम सिंह यादव का कार्यकाल 4 जुलाई को समाप्त हो रहा है. चौधरी सुखराम अब बीजेपी खेमे हैं तो विशंभर प्रसाद निषाद विधानसभा चुनाव हार चुके हैं. कुंवर रेवती रमन सिंह के बेटे उज्जवल सिंह 2022 का चुनाव हार चुके हैं. ऐसे में पार्टी नए चेहरे को मौका देने पर ज्यादा जोर दे रही है.
ये नाम चर्चा में
सूत्रों का कहना है कि पार्टी ऐसे चेहरे पर मंथन कर रही है जो जातीय समीकरणों के साथ ही आर्थिक रूप से भी उपयोगी साबित हो. ऐसे में लखनऊ के दो कारोबारियों का नाम भी चर्चा में है. इसी तरह पूर्व नौकरशाह अलोक रंजन और फ़तेह बहादुर का नाम भी चर्चा में है. आजम खान की नाराजगी के अटकलों के बीच उनके परिवार या किसी करीबी मुस्लिम नेता को भी राज्यसभा भेजकर पार्टी सकारात्मक सन्देश दे सकती है.
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