
एक रिसर्च में दावा किया है कि भारत में 70 फीसदी महिलाएं विवाहेत्तर संबंधों (Extra Marital Affairs) पर बात करना पसंद नहीं करतीं । जिन 30 प्रतिशत महिलाओं ने खुलकर अपने विवाहेत्तर संबंधों को स्वीकार किया, उनमें से 65 प्रतिशत का कहना था कि वे सेक्स की वजह से दूसरे पुरुष के साथ नहीं हैं, उनमें से कई ने कहा कि अकेलापन की वजह से वो दूसरे पुरुषों के साथ हैं । 21 % महिलाओं ने भावनात्मक लगाव को वजह बताया, 07 फीसदी ने कहा कि ऐसे संबंधों से उन्हें रोमांच होता है । महज 9 फीसदी महिलाओं ने कहा कि पति से सेक्सुअली संतुष्ट नहीं होने की वजह से विवाहेत्तर संबंधों में हैं । ये स्टडी रिपोर्ट बंगलुरु की संस्था “आई कनेक्ट” ने जारी किया है ।

संस्था की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि महानगरों में रहने वाली हर तीसरी महिला ने जिंदगी में कम से कम एक बार किसी न किसी पुरुष से विवाहेत्तर संबंध बनाने के बारे में सोचा है। उनमें से हर दूसरी महिला ने दूसरे मर्द से संबंध बनाए हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि वो संबंध बिस्तर तक पहुंचा हो ।

अगर महिलाओं की उम्र सीमा (Age Group) की बात करें तो रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 35 से 45 साल की महिलाएं ग़ैर मर्दों से संबंध बनाने में आगे हैं । इसकी वजह पति का काम में व्यस्त रहना, अकेलापन या सेक्सुअल डिजायर हो सकता है । इस उम्र की महिलाएं यौन संबंधों को लेकर भी दूसरे एज ग्रुप के मुकाबले ज्यादा आत्मविश्वास से भरी हुई हैं ।