उज्ज्वल दुनिया /रांची । सहायक पुलिस कर्मियों पर हुए लाठीचार्ज पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने कहा कि सुबह की झामुमो के एक नेता के साथ सहायक पुलिस कर्मियों की बातचीत हुई थी । बेहद सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई बातचीत के बाद हमने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन भी दिया था । लेकिन इसके बाद भाजपा के कुछ नेता आंदोलनकारियों से मिलने पहुंचे । उन्होंने ही सहायक पुलिस कर्मियों को सीएम आवास घेरने के लिए उकसाया । उनकी ओर से पत्थरबाजी की गई । मजबूर होकर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा ।
सहायक पुलिस कर्मियों को भाजपा की राजनीति समझना चाहिए
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि रघुवर दास की सरकार के दौरान ही सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति तीन साल के लिए की गई थी । उसमें साफ-साफ लिखा है कि किसी भी सूरत में उनको स्थाई नहीं किया जा सकता है । इतना ही नहीं, रघुवर दास की सरकार के दौरान ही सहायक पुलिस कर्मियों की नियुक्ति नियमावली में लिखा है कि इनको एक्सटेंशन नहीं दिया जि सकता । अब वे ही बताएं कि हम कहां दोषी हैं ?
बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास के लोग भड़काकर इन्हें आंदोलन के लिए लेकर आए हैं
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अगस्त में सहायक पुलिस कर्मियों का अनुबंध समाप्त हुआ । इसके बाद सितम्बर में ही तो इनपर विचार होता ? लेकिन सरकार कुछ करती इससे पहले ही बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास के लोग इन सहायक पुलिस कर्मियों को लेकर रांची आ गए । इन लोगों ने एक गिरोह तैयार कर लिया है । जब आंदोलन करने वाले लोग उदंडता करेंगे तो पुलिस को भी अपना काम करना ही पड़ेगा । जिन लोगों ने सहायक पुलिस कर्मियों का मजाक बनाया है उस रघुवर दास से जाकर ये लोग क्यों नहीं पूछते ? उनके आवास का घेराव क्यों नहीं करते ?