
बिहार में विधानसभा चुनाव भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन बड़ी संख्या में नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला जारी है । बिहार विधानसभा में उपेन्द्र कुशवाहा, चिराग पासवान और बीएसपी का प्रतिनिधित्व समाप्त करने के बाद अब उनके नेता और कार्यकर्ता जेडीयू और बीजेपी में शामिल हो रहे हैं । बुधवार को पटना के बीजेपी मुख्यालय में बड़ा मिलन समारोह का आयोजन किया गया । इस मिलन समारोह में भूपेन्द्र यादव और मंत्री रामसूरत राय की मुख्य भूमिका रही ।
जिन नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की वे हैं राजद की तरफ से पूर्व सांसद सीताराम यादव, पूर्व विधायक सुबोध पासवान, दिलीप कुमार यादव पूर्व एमएलसी, पूर्व सांसद रामजी मांझी ,पूर्व विधायक नगीना देवी, कंग्रेस की नेत्री अनिता यादव, मीरा देवी उप महापौर पटना ,पूर्व उप महापौर पटना संतोष मेहता ।
इस अवसर पर मिलन समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री रामसूरत राय ने कहा कि पिछले तीन-चार साल का ट्रेंड देखिए । भाजपा में शामिल होने वाले नेता और कार्यकर्ता समाज के किस तबके से आते हैं । नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पिछड़े और अति- पिछड़ा समाज की पहली पसंद भारतीय जनता पार्टी बनी है । दलित, पिछड़ा और अति-पिछड़ा समाज जानता है कि भाजपा में ही उसका भविष्य है । मैं मानता हूँ कि लालूजी और राम विलास पासवान जी ने समाज के लिए बहुत कुछ किया, लेकिन उनकी अगली पीढ़ी के पास देने के लिए क्या है? वे सिर्फ परिवार की जेबी पार्टियां बनकर रह गई हैं ।
सभा को संबोधित करते हुए भूपेन्द्र यादव ने कहा कि शाहनवाज हुसैन जी बिहार की राजनीति में आ गए हैं । हमारे पास यादव, पासवान सहित दलित, पिछड़ा , अति- पिछड़ा और मुस्लिम नेताओं की फौज है । बिहार भाजपा के पास किसी भी दूसरे दल से ज्यादा प्रतिबद्ध कार्यकर्ता हैं । हमारे पास संगठन और नेता सब हैं, भविष्य के लिए दृष्टि है । वहीं हमारे विरोधियों के पास अपने-अपने पिता के नाम के अलावा बिहार को देने के लिए क्या है । शायद यही वजह है कि बिहार के लोग भाजपा की ओर देख रहे हैं ।