

चार मवेशी के साथ दो बांग्लादेशी तस्कर गिरफ्तार।
मालदा भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा नीमतिता पर तैनात 78वीं वाहिनी के सुरक्षाबलों ने दोबांग्लादेशी मवेशी तस्करों को चार मवेशियों के साथ पकड़ा।
राजेश कुमार जैन/मालदा
बीएसएफ क्षेत्रीय मुख्यालय मालदा के अंतर्गत सीमा चौकी नीमतिता, 78वीं वाहिनी को खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बल चौकस हो गए।सजग प्रहरी के रूप में तैनात सीमा बल ने दो ब्यक्ति को मवेशी के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा को पारकर बांग्लादेश में जाने की कोशिश कर रहे थे।तभी सुरक्षा बलों ने दो पशु तस्करों को धर दबोचा। प्रारंभिक पूछताछ में पकड़े गए तस्करों ने अपनी पहचान आरिफ शेख, पारचोका, व मतिन, बरोरूसा, बांग्लादेश के रूप मे दी। उन्होंने बताया की वह 8 सितंबर को नदी के रास्ते से भारत में आए थे और भारतीय गांव महालदार पाड़ा से होते हुए अर्जुनपुर पहुंचे। जहां इनकी मुलाकात अर्जुनपुर के भारतीय तस्कर हुसैन और अहसान से हुई।अर्जुनपुर से आरिफ शेख और मतिन को 04 मवेशी दिए जिन्हें लेकर वह पानी के रास्ते बांग्लादेश की ओर जा रहे थे। किंतु सीमा सुरक्षा बल की 78 वी वाहिनी के सजग जवानों द्वारा उन्हें आईबी क्रॉस करने से पहले ही मवेशियों के साथ धर दबोच लिया। साथ ही साथ पूछताछ में आरिफ शेख और मतिन ने कबूला कि उन्हें इन चारों मवेशी को बांग्लादेशी तस्कर रुबेल, थुथापाड़ा और मसूद, मनोहरपुर, दोनो को अलग अलग दो दो गायों को सौंपना था।जिसके बावत 40 हजार बांग्लादेशी पकड़ा( कैरेंसी)मिलने वाले थे। किंतु बीएसएफ के जवानों द्वारा उन्हें नदी क्रॉस करने से पूर्व ही पकड़ लिया गया।पकड़े गए तस्कर को अग्रिम कार्यवाही के लिए जब्त मवेशियों के साथ शमशेरगंज पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया।
इस संदर्भ में बटालियन कमांडेंट राहुल ने कहा है कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ और मानव तस्करी को रोकने के लिए बीएसएफ सख्त कदम उठा रही है।जिससे ऐसे अपराधों में शामिल लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और उनमें से जो पकड़े जा रहे हैं उन्हें कानून द्वारा सजा मिल रही है। उन्होंने कहा यह पहली बार नहीं है जब 78 वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा सजगता का परिचय देते हुए तस्करों को मवेशियों के साथ पकड़ा गया है।इससे पहले भी अनेकों बार वाहिनी के सजग जवानों द्वारा तस्करों और असमाजिक तत्वों के मंसूबों को नाकामयाब किया है।

