जब से हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आयी है कभी दुनिया में टॉप 2 अमीर रहे अडाणी के दिन ऐसे फिरे की वह लगातार अपना रुतबा खोते चले गये। आज यह हालत है कि वह दुनिया के टॉप 25 अमीरों की सूची में भी नहीं है। फॉर्ब्स और ब्लूमबर्ड की ताजा रिपोर्ट ने गौतम अडाणी को टॉप 25 रईसों में स्थान नहीं दिया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडाणी समूह के शेयरों में गिरावट लगातार जारी है। यूएस शॉर्ट सेलिंग द्वारा अडाणी पर ‘कॉर्पोरेट इतिहास में सबसे बड़ी ठगी’ करने का आरोप लगाते हुए तीखी रिपोर्ट जारी करने के बाद से 75 बिलियन डॉलर से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है। फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग की विश्व अरबपतियों की सूची के मुताबिक, अडाणी की कुल संपत्ति में 45 अरब डॉलर की कमी आयी है। फोर्ब्स की सूची में अडाणी 26वें और ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में 29वें स्थान पर आ गये हैं।
फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग के आकलन में अंतर
फोर्ब्स की रियल-टाइम बिलियनेयर लिस्ट में अडाणी समूह का नेटवर्थ 43.4 बिलियन डॉलर आंका गया है। वहीं, ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स ने कहा कि उनकी नेटवर्थ 42.7 बिलियन डॉलर हो गई है।
बीते साल अडाणी ने किया था कमाल
बीते साल दुनिया के तमाम अमीरों की तुलना में अडाणी ऐसे अरबपति थे, जिन्होंने ताबड़तोड़ कमाई की थी। यहां तक कि कमाई के मामले में उन्होंने एलन मस्क, जेफ बेजोस से लेकर मुकेश अंबानी तक को पीछे छोड़ दिया। सालभर में ही अपनी संपत्ति में 40 अरब डॉलर जोड़े थे। इस ताबड़तोड़ तरक्की का नतीजा था कि वह अरबपतियों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर पहुंच गए थे, हालांकि कुछ दिनों बाद वह चौथे पायदान पर पहुंच गए थे।
अडाणी ग्रुप ने किस तरह गंवाई सम्पत्ति
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आना तो अडाणी ग्रुप के लिए झटका तो था ही लेकिन कायदे से देखा जाये तो गिराटव रिपोर्ट आने के पहले से ही शुरू हो गयी थी। सितंबर 2022 में गौतम अडाणी की नेटवर्थ 150 अरब डॉलर पर जा पहुंची थी, हालांकि दिसंबर 2022 में उनकी कुल संपत्ति 138.1 अरब डॉलर दर्ज हुई। साल की शुरुआत में अडाणी समूह के नेटवर्थ में मामूली उतार-चढ़ाव होता रहा। 23 जनवरी तक गौतम अडानी की नेटवर्थ करीब 121 अरब डॉलर पर थी, लेकिन इसके बाद हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का बम फूटने के बाद अडाणी साम्राज्य हिल गया। रिपोर्ट आने के बाद 20000 करोड़ रुपये का फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) तक वापस लेना पड़ा। अब तो उनकी सम्पत्ति काफी घट गयी है।