उज्ज्वल दुनिया \रांची । भाजपा के आरोपों पर सफाई देते हुए अंबा प्रसाद ने कहा कि यह परंपरा रही है कि किसी योजना की धरातल पर वास्तविक रूप से होने के समय स्थानीय जन प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाता है। मुझे स्थानीय विधायक के तौर पर इस योजना से लाभान्वित होने वाले ग्रामीणों के द्वारा भूमि पूजन के लिए आमंत्रित किया गया। अतः ग्रामीणों के प्रति अपने दायित्व का पालन करते हुए में भूमि पूजन में शामिल हुई।
प्रधानमंत्री के द्वारा योजना का शिलान्यास कराया गया था परन्तु काम पूर्व की राज्य सरकार में शुरू नहीं हुआ तो खबर में दुबारा भूमि पूजन की बात कैसे आ गई? एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में मैं प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान करती हूं। जैसा कि खबर में प्रकाशित है प्रधानमंत्री के नाम के साथ किसी ने छेड़ छाड़ नहीं की है। शिलापट्ट के साथ यदि छेड़छाड़ की कोशिश हुई है तो मेरी उपस्थिति में नहीं हुई है। मेरी उपस्थिति में भूमि पूजन हुआ।
शिलान्यास किया तो लंबे समय तक योजना शुरू क्यों नहीं हुई ?
पूर्व की सरकार के समय योजना का शिलान्यास तो हुआ परन्तु क्या योजना उस समय प्रारंभ हुई, क्या योजना में तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा आवंटन दिया गया या चुनाव के पहले सिर्फ नाम के लिए माननीय प्रधानमंत्री के नाम से शिलान्यास करा लिया गया? योजना के लिए आवंटन वर्तमान राज्य सरकार द्वारा दिया गया है, ना कि पूर्व की सरकार द्वारा और आज यदि योजना भूमि पूजन करके धरातल पर शुरू हो रही है तो क्या जन प्रतिनिधि होने के नाते वर्तमान विधायक भूमि पूजन में शामिल नहीं हो सकती?
इस मामले में विपक्षियों द्वारा मात्र राजनैतिक रोटियां सेकी जा रही हैं। यह खेद जनक है कि खबर में राज्य के विधायकों के लिए अनुचित भाषा का प्रयोग किया गया है।