राजधानी में जमीन के कारोबार में भी था शामिल
रांची । प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआई) के सबजोनल कमांडर परमेश्वर गोप को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस संबंध में पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि नक्सली रांची के टाटीसिल्वे थाना क्षेत्र के किसी मकान में गुप्त रूप से रह रहा है।
इस संबंध में गुरुवार को रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र झा को गुप्त सूचना मिली थी कि टाटीसिल्वे इलाके में रहकर घाघीडीह जेल में बंद गैंगस्टर सुजीत सिन्हा और पलामू जेल में बंद हरि तिवारी से लगातार संपर्क में रहकर उनके गुर्गों की सहायता से रांची के विभिन्न थाना क्षेत्रों में व्यवसायियों और जमीन कारोबारियों को जान मारने की धमकी देता है और उनसे रंगदारी मांगता था। सूचना के सत्यापन एवं छापेमारी के लिए रांची के सीनियर एसपी ने सिटी एसपी नौशाद आलम के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया। टीम ने सूचना के सत्यापन के बाद छापेमारी की और परमेश्वर गोप को गिरफ्तार कर लिया।
अखबार के मालिक अभय सिंह पर हमले में साजिशकर्ता
बता दें कि 15 अगस्त 2020 को बोड़ेया रोड में दिव्यान चौक के पास वृन्दावन कंस्ट्रक्शन के गोदाम में दहशत फैलाने के उद्देश्य से कुछ अपराधियों ने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना में उपयोग में लाई गई कारबाइन और गोली परमेश्वर गोप ने उपलब्ध करायी थी। इस संबंध में बरियातू थाना में मामला दर्ज किया गया था। जांच के दौरान चार अपराधियों रविरंजन पांडेय, फिरोज, अमित और कुलदीप गोप की गिरफ्तारी की गई थी। इनके पास से कारबाइन के साथ-साथ हैंड ग्रेनेड भी बरामद किया गया था। अपराधियों ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस को बताया था कि घाघीडीह जेल में बंद सुजीत सिन्हा के कहने पर परमेश्वर गोप उर्फ प्रेम गोप द्वारा उन्हें कारबाइन, गोली और हैंड ग्रेनेड उपलब्ध कराया गया था।
गिरफ्तार परमेश्वर गोप के खिलाफ दर्ज मामले
गिरफ्तार किए गए परमेश्वर गोप के खिलाफ गुमला के पालकोट थाना में आठ, बसिया थाना में सात, रायडीह थाना में एक, गुमला थाना में 11 मामले दर्ज हैं। ये सभी मामले हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्स से संबंधित हैं।