पुलिस और वन विभाग मौन, बेखौफ कोयला तस्कर
उज्ज्वल दुनिया संवाददाता/हजारीबाग। बड़कागांव-केरेडारी थाना क्षेत्र में इन दिनों अवैध कोयला तस्कर सक्रिय हो गए हैं। कोयला तस्कर वन विभाग की जमीन पर जंगलों को उजाड़ कोयला खनन और तस्करी कर रहे हैं। केरेडारी थाना क्षेत्र के कंडाबेर, बुंडू के अलावा थाना क्षेत्र के मनातू पंचायत अंतर्गत लाजीदाग में कोयले की तस्करी कर रहे हैं। लाजीदाग में काला रोड़ में होरिल गंझू के घर से करीब दो सौ मीटर अंदर जंगल उजाड़कर जेसीबी से अवैध कोयला खनन कर तस्करी पिछले कई सप्ताह से की जा रही है। इसके लिए जमीन खोद खोद रास्ता बनाए जाने के लिए कई बड़े पेड़ गिरा दिए गए हैं।
बताया जाता है कि पुलिस और वन विभाग की मिली भगत से अवैध कोयले का कारोबार यहां पर फल-फूल रहा है। उक्त क्षेत्रों में रातभर जेसीबी से अवैध माईनिंग होता है और 12 से 15 ट्रैक्टरों के माध्यम से विभिन्न इलाकों में भेजा जाता है।लाजीदांग का कोयला सिमरिया के शीला-पीरी तक आपूर्ति किया जा रहा है। वहां से उक्त कोयला को ट्रक में लोड होकर बाहर के मंडियों में ले जाकर खपाया जाता है। उसी प्रकार बड़कागांव में भी कोयला तस्करी जोर शोर से हो रहा है।
बड़कागांव क्षेत्र के आंगो, जरजरा, बादाम, गोंदलपुरा, चपरी, जोरकाठ से कोयला निकाल कटकमदाग और चरही इलाके में डंप कर ट्रक से कोयला बिहार और यूपी के मंडियों में भेजा जा रहा है। सूत्रों का दावा है कि अवैध कोयले का एक सिंडिकेट सक्रिय है जो हर स्तर से तैयारी और सेटिंग कर रखा है। इसके लिए वन विभाग, पुलिस से लेकर पत्रकार-सफेदपोशों को भी मैनेज किया जाता है । यहां तक कि वरीय अधिकारियों तक बात नही पहुंचने देने के लिए पुलिस एसपीओ तक को सूचना दबा कर रखने या क्रॉस चेक में पुष्टि नहीं किए जाने को लेकर एक मोटी रकम दी जाती है। इधर केरेडारी थाना की पुलिस शुक्रवार को कुछ कलम के सिपाहियों से जानकारी ले रहे थे कि लाजीदाग में चल रहे अवैध कोयला खदान का फोटो कैसे वायरल हो गया है। किसने फोटो खींच कर वायरल किया है। लाजीदांग जंगल में तीन-चार जगहों पर लगभग 30-40 टन कोयला जमा कर रखा गया है।
क्या कहते हैं डीएफओ
पश्चिमी वन प्रमंडल हजारीबाग के डीएफओ रवींद्र नाथ मिश्रा ने इस मामले में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें गुप्त सूचना मिली कि केरेडारी थाना क्षेत्र के लाजीदाग अधिसूचित वनभूमि पर कोयले का अवैध खनन कार्य किया जा रहा है। उन्होंने सूचना मिलने के बाद त्वरित कार्रवाई करने के बड़कागांव वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी उदय नारायण झा को निर्देश दिया। साथ ही इस अवैध खनन कार्य में शामिल व्यक्तियों को चिन्हित कर वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है। बड़कागांव के रेंजर शुक्रवार को वनकर्मियों के साथ लाजीदांग पहुंच कर अवैध खनन स्थल का निरीक्षण किया। वहां पर लगभग 30-40 टन जमा कोयले को भी देखा है। संसाधन के आभाव में कोयले का उठाव नहीं किया गया है।
क्या कहते हैं केरेडारी थाना प्रभारी
इस संबंध में पूछे जाने पर केरेडारी थाना प्रभारी बमबम कुमार ने कहा कि लाजीदांग उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि पहले भी उक्त अवैध कोयला खदान की डोजरिंग करवायी गयी है। संचालकों पर कार्रवाई करने के बावत पूछे जाने पर संतोष जनक बातें नहीं बतायी।