अडाणी मुद्दे पर बोले गृहमंत्री अमित शाह- भाजपा के पास छुपाने जैसा कुछ भी नहीं, कांग्रेस कर रही व्यर्थ का शोर | Ujjwal Duniya

Amit Shah on Adani: गृहमंत्री अमित शाह ने एक साक्षात्कार में बड़ी बेबाकी से अपनी बातें रखीं। उन्होंने देश के विकास, 2024 की चुनावी रणनीति से लेकर भाजपा पर लग रहे आरोपों पर खुल कर जवाब दिये। साथ ही कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह व्यर्थ का शोर मचा रही है। अमित शाह ने एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में सवालों का जवाब दे रहे थे। जब उनसे अडाणी ग्रुप को लेकर भाजपा सरकार पर लग रहे आरोपों के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि भाजपा के पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कहा कि देश आज सिर्फ विकास ही नहीं कर रहा बल्कि बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। सबसे महत्वपूर्ण बात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कही कि 2024 लोकसभा चुनाव भाजपा फिर से पूर्ण बहुमत के साथ वापस आ रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर से एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आएगी। 2024 में कोई स्पर्धा नहीं है। देश की जनता पीएम मोदी के साथ है।

भाजपा के पास छुपाने जैसा कुछ भी नहीं

बीते दिनों अडाणी मामले में भाजपा सरकार पर लग रहे आरोपों पर इस साक्षात्कार में पहली बार गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि इस पर किसी तरह का बयान देना सही नहीं होगा, क्योंकि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है। मगर इतना जरूर कहूंगा कि इसमें भाजपा के लिए छिपाने जैसी कोई बात नहीं है और न ही पार्टी को डरने की जरूरत है.।

विपक्ष केवल शोर मचाता है

केन्द्रीय गृहमंत्री ने केंद्र सरकार पर विपक्ष द्वारा लगाये जा रहे आरोपों पर कहा कि विपक्ष बिना किसी सुबूत के सिर्फ शोर कर रहा है। शाह ने भाजपा सरकार पर लग रहे उन आरोपों का भी जवाब दिया जिसमें कहा गया कि वह जांच एजेंसियों का उपयोग विपक्ष के खिलाफ कर रही है। अमित शाह ने कहा कि अगर ऐसी बात है तो फिर विपक्ष कोर्ट क्यों नहीं जाता? पेगासस का मामला सामने आया तो हमने कहा कि सबूत के साथ अदालत जाएं। दरअसल, विपक्ष 2002 से ही नरेन्द्र मोदी के पीछे पड़ा है। कई साजिशों के बावजूद विपक्ष के हाथ कुछ नहीं लगा,.जबकि हर बार पीएम मोदी और मजबूत बनकर उभरे हैं।

आतंकवाद पर भी लगाम लगायी

गृहमंत्री अमित शाह ने देश में आतंवाद पर लगाम लगी, इसे बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि पीएफआई देश में धर्मांधता और कट्टरता को बढ़ाने में लगा हुआ था। अब उस पर बैन लगा दिया गया है। बिहार और झारखंड में नक्सलवादी-उग्रवाद लगभग खत्म हो चुका है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़े आंकड़े पहले से बेहतर हैं। अब तो जम्मू-कश्मीर में विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं।

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